|
दिल को टुकडो काटह केक खुशी परिवार सारा
|
|
पागल हैगो मनीष थारह विशवास क मालह
|
|
खुद दुख पायो छो मनीष तोनह तो दुख देर को राखयो
|
|
Ab Mhari Ro Ro Rat Kat Ch
|
|
छोड़र चाली सुगली नाम की मटवास वाला न
|
|
Mhara Dil Ki Dhadkan Jyagi Aakhatik
|