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दिल को टुकडो काटह केक खुशी परिवार सारा
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पागल हैगो मनीष थारह विशवास क मालह
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खुद दुख पायो छो मनीष तोनह तो दुख देर को राखयो
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मलब आजा थारा सु अतरी बाद चाव तो
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परण्या तु चल म चालुगी भवानी पपलाज माता क
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दिलखुश आज खुशी को दन र थारो केक कटावा
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मारी तो K नाम की ज्यानू घणी स्माट लागह छ
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छोड़र चाली सुगली नाम की मटवास वाला न
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